2024 Udyapan Vrat : व्रत का उद्यापन करना जरूरी है जानेंगे पूजा और महत्व ..
2024 Vrat Udyapan Vidhi किसी भी व्रत के बाद उद्यापन का विशेष महत्वयदि आप व्रत करते हैं और उसके बाद उद्यापन नहीं करते हैं तो इससे व्रत का फल नहींमिलता
Udyapan Impotant : व्रत के बाद उद्यापन करना महत्वपूर्ण होता है उद्यापन के बगैर व्रत का फल नहीं प्राप्त होताबता दे की व्रत का समय पुर के बाद जो अंतिम पूजा या अंतिम व्रत होती है उसे उद्यापन कहा जाता है लोग व्रत तो कर लेते लेकिनकई बार जानकारी संभव के कारण व्रत का उद्यापन नहीं करते इसी कारण उन्हें मृत का फल प्राप्त नहीं होता और व्रत निष्फलहो जाता है इसलिए बहुत जरूरी है की व्रत के पूरा होने बाद उसका उद्यापन किया जाए आप योग्य ब्राह्मण या किसी पुरोहित के द्वारा उद्यापन कर सकते हैं आपने जितने व्रत का संकल्प लिया हो उसके पूरा होने के बाद उद्यापन जरूर करें
क्या है महत्वपूर्णउद्यापन
शास्त्रों में बताया गया कि आप चाय एकादशी पूर्णिमा सोमवारमंगलवार बृहस्पति वैभव लक्ष्मी आदि कोई भी व्रत करें उसका उद्यापन जरूर करें बिना उद्यापन के बिना निष्फल हो जाता है यानी उसका फल नहीं मिलता यदि पूजा पाठ व्रत में कोई गलती हुई हो या फिर किसी कारण कोई व्रत छूट गया हो तो इन व्रत को पूर्व के लिए उद्यापन किया जाता है इसलिए आप जो भी व्रत करें उसे मृत का उद्यापन होना अति अनिवार्य होता है|
उद्यापन का महत्व
नदी पुराण और निर्णय सिंधु के अनुसारबिना उद्यापन के किया गया कोई भी व्रत में सफल हो जाता है इसलिए आप चाहे कोई भी व्रत करें चाहे वह व्रत एक दिन ही क्यों ना किया गया हो लेकिन उसका उद्यापन जरूर करें
उद्यापन का अर्थ
व्रत उद्यापन का अर्थ होता है भली भांति किसी काम का पूरक कार्य संपन्न होना और व्रत आदि की समाप्ति के बाद किया जाने वाला धार्मिक कार्य जैसे हवन पूजन और भोजन आदि
क्या उद्यापन के बाद फिर से किया जा सकता है व्रत
लोगों को लगता है कि जिस व्रत का उद्यापन कर दिया जाता है उसे पूर्ण नहीं कर सकते ऐसा नहीं है आपने जिस व्रत काभी उद्यापन किया हो उसे पूर्ण प्रारंभ किया जा सकता है नई शृंखला के साथ आप फिर से उसेव्रत को उठा सकते हैं
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