सावन का महीना सनातन धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है. यह महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है. माना जाता है कि यह महीने में शिव भक्त अगर भगवान शिव की पूजा विधि विधान से करें तो उनके द्वारा मांगी गई हर मनोकामनाएं जरूर पूर्ण होती है. सावन के महीने में सोमवार के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है. इसके साथी कुंवारी लड़कियां अच्छा जीवनसाथी के लिए सोमवार के दिन व्रत रखती हैं. लेकिन कई ऐसे कार्य हैं जिसे सावन माह के सोमवार के दिन सुहागिन महिलाएं या कुंवारी लड़कियां को बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. क्या वह कार्य है जानते है
22 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने वाला है. उसी दिन सावन का पहला सोमवार भी पड़ रहा है. सावन महीने की सोमवार महाशिवरात्रि तिथि के बराबर होता है. सोमवार के दिन बेलपत्र अर्पण कर अगर भगवान भोलेनाथ की विधि विधान के साथ पूजा करें या जलाभिषेक करे जीवन में चल रहे सभी तरह की परेशानियों का अंत हो जाता है. जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. यही सावन का महीना है. जिसमें माता पार्वती ने जब तक कर भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया था. इसलिए पति की लंबी उम्र के लिए सावन सोमवारी में सुहागिन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां व्रत रखती हैं. लेकिन एक छोटी सी गलती आपका व्रत भंग हो सकता है.
सावन सोमवार मे महिलाएं ना करें यह गलती
सावन सोमवार के दिन सुहागिन महिलाएं यह कुंवारी लड़कियों को भूलकर भी अपने बाल नहीं धोना चाहिए. इसके साथ ही दो रंग के कपड़े एक काला और दूसरा नीला रंग का कपड़ा नहीं पहनना चाहिए. हो सके तो महिलाएं सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करते समय पिला या लाल रंग के वस्त्र का धारण करें. इसके साथ ही महिलाओं को मासिक धर्म के समय शिवलिंग की पूजा कतई न करे ना ही छुए. ऐसा करते हैं तो आपका व्रत भंग हो जाएगा और पूजा के शुभ फल की भी प्राप्ति नहीं होगी