देवों के देव महादेव की पूजा के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना जाता है सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना अनेक मनोरथ को पूर्ण करने वाली मानी गई है इस माह में शिवलिंग का अभिषेक शुभ फलदाई माना जाता है 23 जुलाईको सावन माह का दूसरा सोमवार है इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है भगवान शिव का जल अभिषेक कोमाना जाता है ऐसे में चलिए जानते हैं सावन में
दूसरे सोमवार पर पूजा विधि इस विधि से करें पूजा ….
सावन के दूसरे सोमवार पर सुबह स्नान के बाद व्रत और शिवजी की पूजा का संकल्प लें।
सुबह शुभ मुहूर्त में किसी शिव मंदिर में जाकर या घर ही शिवलिंग की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करें।
गंगाजल या दूध से शिवजी का अभिषेक करें।
इसके बाद भगवान शिव शम्भू को को चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेलपत्र, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते, धतूरा, भस्म और फूलों की माला अर्पित करें।
इसके बाद शिव जी शहद, फल, मिठाई, शक्कर, धूप-दीप अर्पित करें।
शिव चालीसा का पाठ और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें।
आखिर में शिवलिंग के समक्ष घी का दीपक जलाएं और भोलेनाथ की आरती करें |
सावन सोमवार का महत्व
भगवान शिव जी का प्रिया महीना इस माह के सभी सोमवार बहुत उत्तम माने जाते हैं इस दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से सावन सोमवार का व्रत भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है