Yogini Ekadashi 2024 :कब है योगिनी एकादशी 2024 जाने सही तारीख पूजा विधि और पूजा मुहूर्त..
सार
Yogini Ekadashi 2024: साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं ये सब भगवान विष्णु को समर्पित है इस दिन उनकी पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है
विस्तार योगिनी एकादशी
Yogini Ekadashi 2024 साल में 24 एकादशीका व्रत रखे जाते हैं यह सभी भगवान विष्णु को समर्पित है इस दिन उनकी पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है ऐसे में कुछ लोग निर्जला उपवास भी रखते हैं जो बेहद कठिन होता है इस दिन सुबह से लेकर शाम तक भूखे प्यासे रहना पड़ता है तो ना इसमे खाना खा सकते है और ना ही पानी पी सकते हैं शाम कोपानी में चीनी घोलकर मतलब मीठा पानी पीकर अपना व्रत खोलते हैं लेकिन उसके बाद भी कुछ खाया नहीं जाता सिर्फ पानी पिया जाता हैइस दिन को लेकरमन्यता है कि जो भी एकादशी का व्रत रखता है उसे पर भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है जो निर्जला एकादशी व्रत होता है उसे पर मां लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है आपके घर में अगर आप इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करेंगे तो आपके घर में कालक्ष्मीका भी विराजमान होगा आपको कभी भी धन की कमी नहीं होगी ऐसे में आषाढ़ माह में आने वाली योगिनी एकादशी का महत्व अधिक माना जाता है अधिक बढ़ जाता है तो जानते हैं कब है योगिनी एकादशी 2024
आषाढ़ मास केकृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है इस बार 2 जुलाई 2024 के दिन यह व्रत रखा जाएगा मानता है कि योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा अर्चना करने पर सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है यह अभी कहा जाता है कि इस व्रत के करने से मृत्यु के बाद भगवान विष्णु के चरणों में स्थान प्राप्त होता है इस दिन व्रत रखने से 88
ब्राह्मण को भोजन करने के बराबर का फल प्राप्त होता है ऐसे में लिए जानते हैं योगिनी व्रत कब है रखा जाएगा
कब है योगिनी एकादशी 2024
2 जुलाई 2024 के दिन योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा इस दिन पूजा के लिए मुहूर्त सुबह 8:56 से दोपहर 2:10 तक रहने वाला है वही योगिनी एकादशी का व्रत परंज 3 जुलाई सुबह 5:28 मिनट से सुबह 7:10 पर रहेगा
योगिनी एकादशी पूजा विधि
योगिनी एकादशी पूजा विधिएकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा का विधान है साथी पीपल वृक्ष के वृक्ष की पूजा भी करनी चाहिए इस दिन प्रात काल उठकर स्नान करना चाहिए इसके बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करना अधिक शुभ होता है फिर भी भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकलन प्ले इसके बाद उनकी विधि अनुसार पूजा करें और योगिनी एकादशी व्रत की कथा पड़े बाद में विष्णु जी की आरती करें इस दिन आप जरूर बंद हो लोगों को भोजन में दान दक्षिणा भी दे सकती हैंइससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं |
योगिनी एकादशी के व्रत के व्रत के नियम
योगिनी एकादशी व्रत के दिन ऑन का सेवन नहीं करना चाहिए एकादशी का व्रत नहीं रखने वाले को भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए इस दिन बाल नाखून और दाढ़ी कटवाने के भूल न करें योगिनी एकादशी के दिन ब्राह्मण को कुछ दान अवश्य करना चाहिए एकादशी व्रत के पारण करने के बाद और का दान करना शुभ माना जाता है
भगवान विष्णु की आरती
ओम जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट क्षण में दूर करें
जो ध्यावे फल पावेदुख दिन से मन का
सुख संपति घर आवे कस्ट मिटे तन का || ॐ जय… ||
माता-पिता तुम मेरे सरल गहूं किसकी
तुम बिनु और न दूजाआस करूं जिसकी|| ॐ जय …||
तुम पूर्ण परमात्मा तुम अंतर्यामी
पर ब्रह्म परमेश्वर तुम सबके स्वामी||ॐ जय …||
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे|कहत तो
शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे
शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे
ओम जय जगदीश हरे ||
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